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पवन शर्मा की लघुकथा - " सहारे "

 यह लघुकथा , पवन शर्मा की पुस्तक - " हम जहाँ हैं " ( लघुकथा - संग्रह ) से ली गई है -










सहारे 


रिटायर्ड बाप ने फिर हम दोनों भाइयों को बुला लिया है | होता है | ऐसा ही होता है अक्सर ! पिताजी की जब - तब चिटठी आती है , जिसमें लिखा होता है -  ' तुम मुझे अपने पास बुला लो | वहाँ बच्चों के साथ मन लग जाएगा | यहाँ अकेलापन काटने को दौड़ता है | '  माँ के जाने के बाद पिताजी सचमुच अकेले रह गए हैं | जब तक माँ थीं , कभी भी पिताजी को अकेलापन महसूस नहीं हुआ और न ही चिटठी में कभी ऐसी बात लिखी | भैया हर माह बंधी रकम खर्चा - पानी के लिए पहुँचा देते थे |

          ' देख प्रकाश , तू ऐसा कर , पिताजी को अपने साथ ले जा | वहीं रख |जैसे मैं पिताजी को हर माह यहाँ पैसा भेजता था , तेरे भी यहाँ भेज दिया करूँगा | '  भैया कहते हैं | 

          भाभी बच्चों के लिए बिस्तर बिछा रही है | बाहर बरामदे में पिताजी तख्त पर बैठे हैं | मैं जानता हूँ कि निश्चित ही हमारी बातें सुन रहे होंगे |

          ' और अगर अपने पास ही रहने दो तो ? '  ... बंगला है ... नौकर - चाकर हैं ... सभी तरह की सुविधाएँ हैं आपके पास | पिताजी की देखभाल अच्छी तरह होगी यहाँ ... जबकि मेरे पास ... एक मास्टर क्या करेगा ! '  मैं कहता हूँ |

          ' देखो , तुम दोनों परेशान मत होओ | मैं यहीं ठीक हूँ |  कहीं , किसी के पास नहीं रहूँगा | पिताजी दरवाज़े पर हाथ टिकाकर खड़े हुए कह रहे हैं |

          भैया चौंक जाते हैं ... मैं भी |

          न जाने क्यों भैया भाभी की ओर देखते हैं ... मुझे देखते हैं ... पिताजी की ओर देखते हैं |

          अच्छा , ठीक है ... पिताजी मेरे पास ही रहेंगे | '  भैया कहते हैं |

          पिताजी फिर बरामदे में जाकर तख्त पर बैठ जाते हैं | थोड़ी देर बाद मैं भी खड़ा हो जाता हूँ और बाहर निकलने लगता हूँ ... कमरे से |

          तुम भी ... !  भाभी भैया से फुसफुसाती हुई कह रही हैं ,  ' पिताजी को वहाँ ले जाकर क्या अपनी हँसी करवानी है ! बड़े - बड़े लोग आते रहते हैं अपने घर में ! ' 

          एकाएक मैं ठिठक जाता हूँ |

          बड़े - बड़े लोग ! अब भैया बड़े हो गए हैं ! भैया को इतना बड़ा करने में पिताजी ने कैसी - कैसी कठिनाइयाँ झेली हैं , शायद यह तो भैया ही जानते हैं |

          दूसरे दिन सुबह मैं पिताजी को अपने साथ , अपने घर ले आया |  ** 


                                                                - पवन शर्मा 


पता - 

श्री नंदलाल सूद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय

जुन्नारदेव , जिला – छिंदवाड़ा ( मध्यप्रदेश )

फोन नम्बर –   9425837079

Email –    pawansharma7079@gmail.com  


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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867. 


  





2 comments:

  1. बहुत बहुत धन्यवाद सुनील जी..🌷🙏

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  2. स्वागत है , भाई पवन शर्मा जी |

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