यह गीत , श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " फगुन के हस्ताक्षर " ( गीत - संग्रह ) से लिया गया है -
दर्द एक है
गीत दर्द से है उपजाना ||
टूटे दिल की कसक - पीर का ,
बुना हुआ ये ताना - बाना |
गीत दर्द से है उपजाना ||
दर्द , आग की लपट कि जिससे ,
अक्षर - अक्षर है दहकाना |
गीत दर्द से है उपजाना ||
चाहे मेरा या हो तेरा ,
दर्द एक है , नहीं बिराना |
गीत दर्द से है उपजाना ||
जैसा देखा , भाखा हमने ,
भोगा है ये , ना अनुमाना |
गीत दर्द से है उपजाना || **
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर
( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867.
बहुत बहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय आलोक सिन्हा जी |
ReplyDeleteवियोगी होगा पहला कवि ...... याद आ गयी ....
ReplyDeleteसुन्दर गीत .
आदरणीया संगीता स्वरुप जी , आपको बहुत - बहुत धन्यवाद |
ReplyDeleteवाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
ReplyDeleteचाहे मेरा,तेरा हो
बहुत खूब 👌👌🌹
बहुत - बहुत धन्यवाद , शायर देव अलवर जी |
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