यह नवगीत , श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " एक अक्षर और " ( नवगीत - संग्रह ) से लिया गया है -
हम सब तो आम हैं
हम सब तो आम हैं ,
खास नहीं ,
अपना कोई इतिहास नहीं |
अपने हैं संग - साथ
तकलीफें ,
पीड़ा है , आसूँ हैं
हैं चीखें ,
सपनों की
हमको तलाश नहीं |
हम सब तो आम हैं
खास नहीं ,
अपना कोई इतिहास नहीं |
भूख बहिना ,
अभाव है भाई ,
बाप है पेट ,
गरीबी माई ,
ख्वाहिशें बेवा ,
पर संकल्प अभी लाश नहीं |
हम सब तो आम हैं ,
खास नहीं ,
अपना कोई इतिहास नहीं | **
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन – सुनील कुमार शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर
– 9414771867.
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