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29.3.21

कवि श्रीकृष्ण शर्मा की कुण्डलिया - " बनी बाँसुरी आजादी " ( भाग - 1 )

 यह कुण्डलिया , श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " अँधेरा बढ़ रहा है ... "   ( नवगीत - संग्रह ) से लिया गया है -
















बनी बाँसुरी आजादी 


भाग - ( 1 )


जनता के दुख - दर्द का , जिन्हें नहीं अहसास |

बता  रहे  खुद  को  वही , हम हैं ख़ासमख़ास ||

हम    हैं   खासमखास , हमीं जनसेवक , भाई |

जन - जन की कर रहे , देख लो , हम अगुआई ||

करते   कुछ   बदनाम , सिरफिरे बात बना के |

सच  पूछो  तो  हमीं  हितैषी  इस   जनता   के ||  **


                              - श्रीकृष्ण शर्मा 


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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867.


2 comments:

  1. बहुत बहुत सुन्दर

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    1. धन्यवाद आदरणीय आलोक सिन्हा जी |

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