यह हायकू , श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " अँधेरा बढ़ रहा है " ( नवगीत - संग्रह ) से लिया गया है -
हायकू
( 6 )
रहा न कोई
सुदृढ़ व्यूह तक ,
बचा नाश से |
( 7 )
इस धरती
पर जो जन्मा वह ,
अमर नहीं |
( 8 )
बरसा मेह
चमकती बिजली ,
गेह अँधेरा |
( 9 )
स्याह बदरा
सतरंग चुनरी ,
ऊजर कौंधा |
( 10 )
घन गरजे
वह कौंधा लपका ,
पानी बरसा | **
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन – सुनील कुमार शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर
– 9414771867.
सुन्दर
ReplyDeleteबहुत - बहुत धन्यवाद , आदरणीय आलोक सिन्हा जी |
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