यह " स्मरण " श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " अक्षरों के सेतु " से लिया गया है -
स्मरण
* स्वर्गीय
अम्मा ( माँ जावित्री देवी )और स्वर्गीय चाचा ( पिता श्री पं0 फूल चन्द्र शर्मा )
जो मेरे लिए ढेरों सपने देखते – देखते चल गए |
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स्वर्गीय मामा श्री पं0 श्री नारायण दत्त ( चार्जमैन )
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स्वर्गीय जीजा श्री बाबू इन्द्र जीत मिश्र
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स्वर्गीय भैया पं0 शंकर लाल शर्मा
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स्वर्गीय गुरुदेव पं0 लोचन प्रसाद पाठक
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काव्य – गुरु स्वर्गीय दद्दा डॉ0 पद्मसिंह शर्मा ‘ कमलेश ’
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भैया जगत प्रकाश चतुर्वेदी – मेरे प्रथम कवि मित्र , जिन्होनें मेरे गीतों को सुधारा और
अग्रजवत जीवन को एक दिशा दी |
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स्वर्गीय भैया डॉ0 वीरेन्द्र सिंह परिहार – जिन्होंने मेरी नौकरी लगवा कर
मुझे पैरों पर खड़ा किया |
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बन्धुवर देवेन्द्र शर्मा ‘इन्द’–वर्षों एक–दूसरे की
रचनाओं के हम प्रथम श्रोता रहे, जिससे काव्य-विवेक विकसित
हुआ |
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बन्धुवर सोम ठाकुर – जिनसे कविता और जीवन की बहुत – सी व्यावहारिक बातें
सीखीं |
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बन्धुवर चौधरी सुखराम सिंह – श्रेष्ठ गीतकार ; किन्तु
मेरे गीतों के मुक्त कंठ प्रशंसक और प्रेरक |
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बन्धुवर दीनानाथ श्रीवास्तव – जिन्होनें अनेक समवेत काव्य – संकलनों में मुझे स्थान दिया |
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बन्धुवर दण्डमूडी महीधर – जिनकी प्रेरणा और सहयोग से तेलुगु की अनेक कविताओं के हिन्दी काव्यानुवाद
किये |
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बन्धुवर गोकुल चन्द्र अग्रवाल – स्नेही मित्र | **
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन – सुनील कुमार शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर
– 9414771867.
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