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10.8.20

कवि श्रीकृष्ण शर्मा का दोहा - '' मुक्त छन्द के ओ जनक '' ( भाग - 2 ) सूर्यकांत त्रिपाठी '' निराला '' को समर्पित



( कवि श्रीकृष्ण शर्मा की दोहा – सतसई - ‘ मेरी छोटी आँजुरी ’ से लिया गया है )




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