गणेश वंदना
हे गणपति गजवदन करते हम शत् शत् नमन ।
शंकर नन्दन पार्वती दुलारे तुझे मिला प्रथम पूज्य वरदान ।।
कष्टहरण दुखहरण हे प्रभु भगवान ।
हर कार्य आरम्भ करू तेरा नाम सुमिरन करू ।।
हे गणपति गजवदन करते हम शत् शत् नमन ।
मोदक लड्डू तुझे अर्पण करू ।
लाल वस्त्र भेट करू दुवी दल चढा वंदन करू ।।
जल तत्व के अधिपति शंकर नन्द भगवान ।
शुभ -लाभ दो रत्न तुम्हारे करते तुझे प्रणाम ।।
हे गणपति गजवदन करते हम शत् शत् नमन ।
समुख, एकदंत, विघ्नहरण शंकर पुत्र गणेश ।
हर संस्कार आरम्भ करू प्रथम नाम ले तेरा प्रभु ।।
हर कार्य श्रीगणेश करू ले गणेश का नाम ।
तेरे प्रतिमा के दर्शन बिन, न शुरू करू कोई काम ।।
हे गणपति गजवदन करते हम शत् शत् नमन।
शीश झुकाये जो जन तेरे चरणों मे आये ।
दुःख दारिद्रय सब कष्ट मिटे विनती सुनो भगवान ।।
बुद्धि विधाता सिद्धि के दाता करते तुझे प्रणाम ।
एक अनुनय मेरी सुनो कर दो भव का कल्याण ।।
हे गणपति गजवदन करते हम शत् शत् नमन । **
- संगीत कुमार वर्णबाल
जबलपुर
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय
विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिला– सवाई माधोपुर ( राजस्थान
),फोन नम्बर– 09414771867
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