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15.4.20

याद नयन में



     












( कवि श्रीकृष्ण शर्मा के गीत - संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है )


याद नयन में 

मुझे किसी की याद नयन में भर लेने दो !!

भादों के ये मेघ युगों से प्यासे मन पर ,
दो क्षण ही बस मीत और तुम झर लेने दो !
मुझे किसी की याद नयन में भर लेने दो !!

ज्ञात नहीं किस क्षण जीवन - धारा बह जाये ,
किस क्षण मेरी देह रेत बनकर रह जाये ,
किस क्षण साँस छिने , बुझ जाये दृष्टी - दीप कब ,
किस क्षण मृत्यु विहँस कुछ कानों में कह जाये ,

इसीलिए सब भूल , ह्रदय की इस सीपी में ,
मुझे स्नेह की स्वांति - बूंद ये धर लेने दो !
मुझे किसी की याद नयन में भर लेने दो !!  **

               - श्रीकृष्ण शर्मा 
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिलासवाई माधोपुर  ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867

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