( प्रस्तुत लघुकथा – पवन शर्मा की पुस्तक – ‘’ हम जहाँ हैं ‘’ से ली गई
है )
लंगड़ा
एकदम सन्नाटा ... कहीं - कहीं कुत्तों के भौकने से सन्नाटा भंग हो जाता था | जहाँ - जहाँ बिजली के खम्भे थे , वहाँ - वहाँ प्रकाश फैला हुआ था , बाक़ी जगह अँधेरा था | सन्नाटे को भंग करती उसकी बैसाखियाँ और बैसाखियों पर झूलता वह आगे बढ़ रहा था |
सामने बिजली के खम्भे के प्रकाश में उसने देखा कोई खड़ा है | मन - ही - मन घबराने लगा | लेकिन बैसाखियों पर झूलता वह आगे बढ़ रहा था | नजदीक आकर देखा , उसी की उम्र का , मैले , कई जगह से फटे कपडे पहने , कोई लड़का है | मन थोडा शांत हो गया उसका |
' कहाँ से आ रहा है ? ' नजदीक आने पर लड़के ने उससे पूछा |
' स्टेशन से | '
' क्या कर रहा था वहाँ अभी तक ? '
' कैंटीन में कप - प्लेट धो रहा था | ' निश्चिंतभाव से उसने उत्तर दिया और आगे बढ़ने लगा | लड़का भी उसके बराबर हो लिया |
' कितना कमाया है ? ' लड़के ने चलते - चलते अँधेरे में ही पूछ लिया |
' सात रुपया ... सुबह से अभी तक के ... काम पूरा लिया | ' उसका चेहरा दयनीय हो उठा |
' तू झूठ बोल रहा है | सुबह से अभी तक के कम - से - कम दस का पत्ता होना था | ' सामने बिजली के खम्भे के बल्ब का प्रकाश उन दोनों के ऊपर आने लगा | पीछे उन दोनों की परछाइयाँ काफी बड़ी थीं |
' सच में ... सात दिए कैंटीन वाले ने | ' और सहजभाव से उसने हाफ पैंट की जेब में से एक - एक के मुड़े - तुड़े सात नोट दिखाए और बोला , ' अम्मा बीमार थी | इस वजह से ही मुझे काम करना पड़ा आज | '
बिजली के खम्भे के निकट पहुँचकर लड़का बोला , ' दिखा ... गिनकर देखता हूँ ... साले काम तो करवाते हैं , लेकिन पैसा पूरा नहीं देते | '
' पूरे सात हैं | ' उसने कहा और रुपये लड़के को थमा दिए |
लड़का रुपयों को गिनने लगा | एक ...और एक नोट उसको पकड़ा दिया | दो ... एक और नोट उसको पकड़ा दिया | तीन ... फिर एक और नोट उसको पकड़ा दिया | चार ... वह हाथ बढ़ा ही रहा था कि लड़का भाग खड़ा हुआ | वह चौंक गया |
' ऐ ... ऐ ... मेरे रूपये तो देता जा | ' बैसाखियों के सहारे वह आगे की ओर बढ़ा ... लेकिन लड़का अँधेरे में खो चुका था | विवशता से उसकी आँखों में आँसू आ गए ... फिर एकाएक गुस्से से उसके चेहरे पर तनाव आ गया , ' साला ... लंगड़ा ... साला ... दोनों पैर का लंगड़ा ... साला ... | '
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-पवन शर्मा
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पवन शर्मा कहानीकार , लघुकथाकार , कवि |
पता –
श्री नंदलाल सूद शासकीय
उत्कृष्ट विद्यालय
,
जुन्नारदेव , जिला -
छिन्दवाड़ा ( म.प्र.) 480551
फो. नं. - 9425837079 .
ईमेल – pawansharma7079@gmail.com
संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय
विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिला– सवाई माधोपुर ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867
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