( कवि श्रीकृष्ण शर्मा
के काव्य - संग्रह
- '' अक्षरों के सेतु '' से सन 1975 में लिखी गई रचना )
मेरी हत्या
मैं
बचने के लिए
गिरने से पाँव जमाये था
धरती में और हवा को पकड़कर
धँस रहा था आकाश में
खिलखिलाता !
मुझे
हँसता देख
सभी खिल - खिला ऊठे ,
तुम भी खिले ,
पर मुझे तोड़कर !
अब -
केवल तुम खुश थे ,
लेकिन और सब स्तब्ध
देखकर मेरी हत्या !
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय
विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिला– सवाई माधोपुर ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867
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