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6.1.20

एक सुबह


( कवि श्रीकृष्ण शर्मा द्वारा 1958 में लिखित गीत, गीत - संग्रह- '' फागुन के हस्ताक्षर '' से लिया गया है )














एक सुबह 

एक सुबह , सुबह एक दरवाजे आयी ,
कुहरे में डूबी औ ' ओस में नहायी  |

ऊँघते दरख्तों को शीश पर उठाये ,
चिड़ियों ने अलस्सुबह कव्वाली गयी |

धुंधलाते दृश्यों से दृष्टी - सी लिपट के ,
खेतों में पगडंडी सहसा अंगड़ाई |

इन कच्चे पत्तों की पीठ थपथपाने ,
हवा सब विकल्प को लात मार आयी |

सठियाया पतझर कर चुका आत्महत्या ,
फागुन के हस्ताक्षर , पिकी की गवाही |

                 - श्रीकृष्ण शर्मा 
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www.shrikrishnasharma.com


संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिलासवाई माधोपुर  ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867

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