( कवि श्रीकृष्ण शर्मा
के नवगीत - संग्रह
- '' एक अक्षर और '' से लिया गया है )
पीड़ाएँ बड़ी हुई
यादों ने
घेर लिया मन !
टेर गयी
भूली औ ' बिसरी धुन
होठों को ,
छेड़ गये
दृश्य कई
आँखों के पपोटों को ,
महक गया
काँपी में रक्खे गुलाबों से
हर आगत क्षण !
यादों ने
घेर लिया मन |
इस द्वारे
आज भी प्रतीक्षाएँ
खड़ी हुई ,
साथ - साथ
मेरे सब पीड़ाएँ
बड़ी हुई ,
जला रहीं
घेर कर विवशताएँ
चन्दन वन !
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय
विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिला– सवाई माधोपुर ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867
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