( कवि श्रीकृष्ण शर्मा
के नवगीत - संग्रह
- '' एक अक्षर और '' से लिया गया है )
एक नदी कोलाहल
डूबे आवाजों में
उजले स्वर !
एक नदी कोलाहल
चढ़ा हुआ ,
कुछ भी तो रहा नहीं
पढ़ा हुआ ,
लगते हैं धुंधलाते
शुभ अक्षर !
डूबे आवाजों में
उजले स्वर !
पश्चिम का टाइफून
ये अथाह ,
पत्थर की नाव लिये
सार्थवाह ,
थर्राता घर ही क्या ,
गाँव - शहर !
डूबे आवाजों में
उजले स्वर !
- श्रीकृष्ण शर्मा
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय
विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिला– सवाई माधोपुर ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867
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