( प्रस्तुत कविता - '' जीवन एक बिम्ब '' पवन शर्मा की पुस्तक -'' किसी भी वारदात के बाद '' से ली गई है )
जीवन : एक बिम्ब
सुबह
खेलते नन्हे
बच्चे की तरह !
दोपहर / पति - पत्नी के
निश्छल प्यार की तरह !
शाम
लाठी टेक कर
चलते बूढ़े की तरह !
बस
यही जीवन है
सुबह , दोपहर और शाम
की तरह !
- पवन शर्मा
----------------------------------
श्री नंदलाल सूद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय ,
जुन्नारदेव , जिला - छिन्दवाड़ा ( म.प्र.) 480551
फो. नं. - 9425837079 .
ईमेल - pawansharma7079@gmail.com
जीवन : एक बिम्ब
सुबह
खेलते नन्हे
बच्चे की तरह !
दोपहर / पति - पत्नी के
निश्छल प्यार की तरह !
शाम
लाठी टेक कर
चलते बूढ़े की तरह !
बस
यही जीवन है
सुबह , दोपहर और शाम
की तरह !
- पवन शर्मा
----------------------------------
श्री नंदलाल सूद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय ,
जुन्नारदेव , जिला - छिन्दवाड़ा ( म.प्र.) 480551
फो. नं. - 9425837079 .
ईमेल - pawansharma7079@gmail.com
No comments:
Post a Comment
आपको यह पढ़ कर कैसा लगा | कृपया अपने विचार नीचे दिए हुए Enter your Comment में लिख कर प्रोत्साहित करने की कृपा करें | धन्यवाद |